SPERM क्या होता है?

मनुष्य के जीवन की उत्पत्ति में शुक्राणु की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह पुरुष प्रजनन प्रणाली की एक सूक्ष्म लेकिन प्रभावशाली कोशिका है, जो महिला के अंडाणु को निषेचित करके गर्भधारण में मदद करती है। इस ब्लॉग में हम शुक्राणु की रचना, कार्य, जीवनचक्र, गुणवत्ता बढ़ाने के उपाय और इनसे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ के बारे में पढ़ेंगे।

शुक्राणु की संरचना

शुक्राणु उसकी अनोखी कोशिका आयामों और संरचनाओं द्वारा पहचाना जाता है। शुक्राणु निम्नलिखित तीन घटकों से बना होता है:

(i) सिर

यह शुक्राणु का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इसमें आनुवंशिक सामग्री (डीएनए) होती है। यह जानकारी है, जो बच्चे के पास होगी, और जो आनुवंशिकता के माध्यम से बच्चे के लक्षणों का निर्धारण करेगी।

(ii) मध्य भाग

इस भाग में ऐसी अंगिकाएं होती हैं, जिन्हें माइटोकॉन्ड्रिया कहा जाता है, जो शुक्राणु को ऊर्जा प्रदान करती हैं। यह ऊर्जा शुक्राणु को अंडाणु के स्थान की ओर तैरने में मदद करती है और ऊर्जा का कुशलता से उपयोग करने में सहायता करती है।

(iii) पूंछ

शुक्राणु की पूंछ शुक्राणु को आगे बढ़ाने में मदद करती है, जिससे शुक्राणु अंडाणु की ओर तैर सके। यही पूंछ की गतिशीलता निर्धारित करती है कि शुक्राणु लक्ष्य तक कितनी तेजी से पहुंच सकता है।

शुक्राणु का जीवनकाल और संख्या

शुक्राणु का जीवनकाल इस बात पर निर्भर करता है कि यह किस वातावरण में है।

  • शरीर के बाहर शुक्राणु कुछ घंटों तक ही जीवित रह सकता है।
  • महिला के प्रजनन तंत्र में शुक्राणु 3 से 5 दिनों तक सक्रिय रह सकता है।
  • एक बार के स्खलन में लगभग 20 से 30 करोड़ शुक्राणु निकलते हैं, लेकिन केवल एक शुक्राणु ही अंडाणु को निषेचित कर पाता है।

शुक्राणु की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले कारक

शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता कई कारकों पर निर्भर करती है। कुछ कारक शुक्राणु को मजबूत बनाते हैं, जबकि कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं।

(i) शुक्राणु के लिए फायदेमंद चीजें

पौष्टिक आहार: हरी सब्जियाँ, फल, सूखे मेवे, प्रोटीन और विटामिन युक्त भोजन शुक्राणु की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
नियमित व्यायाम: रोजाना एक्सरसाइज करने से शरीर स्वस्थ रहता है और शुक्राणु की गतिशीलता बढ़ती है।
 तनाव से बचाव: अधिक तनाव हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे शुक्राणु की संख्या घट सकती है।
 अच्छी नींद: पर्याप्त आराम शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाता है और हार्मोन संतुलन बनाए रखता है।

(ii) शुक्राणु के लिए हानिकारक चीजें

धूम्रपान और शराब: ये शुक्राणु की संख्या और गतिशीलता को कम कर सकते हैं।
ज्यादा जंक फूड: फास्ट फूड और ज्यादा तलीभुनी चीजें शुक्राणु की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं।
अत्यधिक गर्मी: ज्यादा गर्म पानी से स्नान करने या ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से शुक्राणु उत्पादन प्रभावित हो सकता है।

कैसे बढ़ाएं शुक्राणु की गुणवत्ता?

अगर आप अपने शुक्राणु की गुणवत्ता को सुधारना चाहते हैं, तो इन उपायों को अपनाएं:

  • संतुलित आहार लें जिसमें प्रोटीन, विटामिन C, विटामिन D और जिंक भरपूर मात्रा में हों।
  • रोजाना व्यायाम करें और ज्यादा देर तक बैठे रहने से बचें।
  • अल्कोहल और धूम्रपान से बचें, क्योंकि ये शुक्राणु की गतिशीलता को कमजोर कर सकते हैं।
  • तनाव कम करें, ध्यान और योग करें ताकि मानसिक शांति बनी रहे।
  • अच्छी नींद लें, जिससे शरीर में हार्मोन संतुलित बने रहें।

क्या शुक्राणु की कमी से संतानोत्पत्ति में दिक्कत हो सकती है?

हाँ, अगर शुक्राणु की संख्या बहुत कम हो या उसकी गुणवत्ता खराब हो, तो गर्भधारण में परेशानी सकती है। इसेओलिगोस्पर्मिया” (Oligospermia) कहते हैं। शुक्राणु बनने की स्थिति कोएजोस्पर्मिया” (Azoospermia) कहा जाता है, जिससे पुरुषों में बांझपन की समस्या हो सकती है।

 

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